भारतीय मुस्लिम रोहिंग्या के लिए समर्थन, बलोच के लिए चुप्पी। क्या वे केवल पाकिस्तान की धुन पर नाचते हैं?: Tarek Fatah
भारतीय मुस्लिम को इस बात का दुख है कि म्यांमार रोहिंग्या मुसलमानो को सरकार जुल्म ढा रही है। उनके मन में अभी रोहिंग्या मुसलमानों के लिए संवेदना उमड़ रही हैं। हाल ही में पाकिस्तानी मूल के जानी मानी कनाडाई लेखक, प्रसारक एवं सेक्युलर उदारवादी कार्यकर्ता Tarek Fatah ने ट्वीट करके कहा, “भारतीय मुस्लिम रोहिंग्या मुस्लिम के लिए समर्थन देते है लेकिन बलोच मुस्लिम के लिए एक शब्द नहीं। क्यों? क्या वे केवल पाकिस्तान की धुन पर नाचते हैं?”
रोहिंग्या शरणार्थियों को पाकिस्तान, सऊदी अरब तथा बांग्लादेश ने रखने तक से मना कर दिया था। फिर भारत इन्हे आश्रय क्यों दे?
Tarek Fatah एक उदारवादी इस्लाम के पक्ष को बढ़ावा देने और इस्लामी अतिवाद के ख़िलाफ़ बोलने के लिये प्रसिद्ध हैं। शरणार्थियों और मानवाधिकारों के लिए UNHCR, जो १९५० से सक्रिय रूप से काम कर रहे है, आज रोहिंग्या के लिए खड़े है। म्यांमार से भगाए गए कई हज़ार रोहिंग्या मुसलमानों को कुछ साल पहले कश्मीर समेत कई स्थानों पर गैर कानूनी तरीके से बसाया गया। यह कांग्रेस सरकार के दौरान हुआ था।
देश- विदेश में रोहिंग्या मुसलमानों के मुद्दे पर म्यांमार के मानवाधिकार का गंभीर उल्लंघन के लिए कड़ी आलोचना हो रही है। हाल ही में पहली बार भारत सरकार ने इस पर कड़ा रुख अपनाते हुए यह फैसला किया की रोहिंग्या को भारत में रहने की अनुमति नहीं दी जायेगी। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि रोहिंग्या मुसलमानों ने भारत में अवैध तरीके से घुसपैठ की है; उनको देश से जाना ही होगा। यह भी कहा की रोहिंग्या को शरणार्थी नहीं कहा जा सकता और उनके तार आतंकियों से जुड़े हैं।
हाल ही में म्यांमार में रोहिंग्य चरमपंथियों ने पिछले महीने कई हिंदुओं की हत्या कर दी थी, इस बात की पूरे भारत और दुनिया में चर्चा की विषय बनी थी। ताज़ी खबरों के अनुसार म्यांमार में रोहिंग्या मुस्लिमों की वापसी हो सकती है कुछ शर्तें पर।
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