Eternal Hindu: मंदिरो को भक्ति केंद्र से शक्ति केंद्र बनाने के संकल्प
Eternal Hindu, i.e. शाश्वत हिंदू प्रतिष्ठान की स्थापना दिवस समारोह में समाज सेवा में उल्लेखनीय योगदान देने वाले विभिन्न प्रांतों से 21 लोगों को सम्मानित किया गया on 28th of October 2023.
भारत में अगले 5 साल में 5 लाख मंदिरो को भक्ति केंद्र से शक्ति केंद्र बनाने के संकल्प के साथ शाश्वत हिंदू प्रतिष्ठान की तीसरी स्थापना दिवस का कार्यक्रम सम्पन्न हो गया। इस अवसर पर प्रतिष्ठान द्वारा धर्म और समाज सेवा के क्षेत्र में कार्य करने वाले देश के विभिन्न प्रांतों से 21 लोगो को महर्षि श्री अरबिंदो सम्मान से सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर बोलते हुए संस्थापक श्री के एन गोविंदाचार्य ने कहा कि महर्षि श्री अरबिंदो ने कहा था कि भारत फिर से अखंड होगा। उन्होंने कहा कि आदि कवि वाल्मिकी जी भारतीय संस्कृति के आदि महर्षि हैं महर्षि श्री अरबिंदो जी आधुनिक महर्षि, इनके विचारों पर चलकर सनातन संस्कृति पुरी दुनिया में अपना सकारात्मक प्रभाव बिखेर पाएगी।
इस अवसर पर विद्यार्थी परिषद के पूर्व अध्यक्ष श्री राज कुमार भाटिया जी ने युवकों में सनातन संस्कृति भाव जगाने पर बल दिया। शाश्वत हिंदू के राष्ट्रीय संरक्षक श्री पवन श्रीवास्तव जी कहा कि जागृत हिंदुओ को सक्रिय करने वाला प्रतिष्ठान है।
सुप्रसिद्ध महिला पहलवान श्रीमती बबीता फोगाट ने सभी सम्मानितो को सम्मान देते हुए राष्ट्र की रक्षा के लिए संकल्पित होने का आह्वान करते हुए कहा कि मंदिरो से सामाजिक गतिविधियां चलाना एक श्रेष्ठ कार्य है।संयोजक श्री संजय शर्मा ने सनातन संस्कृति पर आने वाली चुनौतियों के समाधान के लिए ‘ दो घंटे मन्दिर के नाम, राष्ट्र निर्माण के काम ‘ का आह्वाहन किया।
राष्ट्रीय संगठन मंत्री डॉ. विवेक कुमार जी ने अगले 5 वर्षों में पुरे देश के पांच लाख मंदिरो को शक्ति केन्द्र बनाने की रूपरेखा प्रस्तुत किया। सेना के अधिकारी और इतिहास काल क्रम के विशेषज्ञ डॉ वेद वीर आर्या जी ने वामपंथी और सनातन विरोधी इतिहासकारों द्वारा किए गए षड्यंत्रों को दूर करने के प्रयासों की चर्चा की।
तृतीय स्थापना दिवस समारोह में 21 समाज सेवा और धर्म क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाले विभिन्न प्रांतों के चयनित प्रतिनिधियों को स्मृति चिन्ह, अंग वस्त्र, और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। सुप्रसिद्ध योगाचार्य अमित योगी जी और उनके साधकों द्वारा योग विषयक प्रस्तुति और जानकारी भी दी गई।कार्यक्रम में सुप्रसिद्ध गायक गुंजन कुमार झा और उनकी टीम द्वारा सांस्कृतिक आयोजन भी किया गया।
कार्यक्रम का संचालन सुश्री अन्विता चौधरी, और श्रीमती जया कापले द्वारा किया गया। समाज सेवा और विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान के लिए सम्मानित होने वाले प्रतिभागियों में गुरुग्राम से अरविंदम इंडिया गुरुकुलम, दिल्ली से श्री चरणजीव मल्होत्रा जी, मुम्बई से श्री मती फ्लोरिना अमोल पारूलकर, दिल्ली से जितेंद्र तिवारी जी, जम्मू से श्री ओम दलमोत्रा जी, वाराणसी से श्री प्रिंस तिवारी, विजय नगर से आध्रप्रदेश से श्री रेड्डी रामानागुरू, दिल्ली से श्री सरदार रवि रंजन सिंह जी, पटना से श्री अमित सिन्हा जी, रायपुर से श्री मती सुनीता टिकारिया, चंपारण से श्री विवेक मणि त्रिपाठी जी, दिल्ली से विवेक त्यागी जी, मध्य प्रदेश से श्री मती सरस्वती पेंढारकर जी, केरला से श्री आचार्य कुमार मनोज जी, मुम्बई से श्रीमती समीरा परवेज जी, दिल्ली से श्री गुंजन कुमार झा जी, मुम्बई से विदुषी शाल्मली जोशी जी, दिल्ली से श्री अशोक उपाध्याय जी को अंगवस्त्र, स्मृति चिन्ह और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में पूजनीय संत श्री नारायण गिरी जी, सरदार हरजीत सिंह जी साध्वी आराध्या जी और सुप्रसिद्ध विचारक और संगठन के प्रशिक्षण प्रमुख मेजर रमेश उपाध्याय जी, राष्ट्रीय सम्पर्क प्रमुख योगी अनूप नाथ जी,पत्रकार श्री अवधेश कुमार,श्री भोला राम राम गुजर, रॉ के पूर्व अधिकारी श्री एन के सूद जी, आध्यात्मिक विचारक श्री अजीत सक्सेना जी , श्री अंशुमन डोगरा जी, श्री गोपी शंकर मदुरै,एस के महापात्र जी, नवीन मल्होत्रा जी, भाई अजय सिंह,सहित अनेकों गण मान्य लोग उपस्थित थे।